हार्ट को हेल्दी रखने के लिए व्यायाम अत्यंत महत्वपूर्ण है। निम्नलिखित पांच व्यायाम आपकी हार्ट सेहत को सुधारने में मदद कर सकते हैं:
दौड़ना: दौड़ना एक उच्च आरोबिक व्यायाम है जो आपके हृदय की क्षमता को बढ़ाता है। नियमित रूप से दौड़ने से हार्ट मजबूत होता है और स्वास्थ्यपूर्ण रेट पर धड़कन बढ़ाता है। आप आरंभिक रूप से धीमे गति से दौड़ना शुरू कर सकते हैं और समय के साथ अपनी गति को बढ़ा सकते हैं।
स्विमिंग: स्विमिंग एक सर्वांगी व्यायाम है जिसमें हर मांसपेशी का उपयोग होता है। इससे आपके हृदय को बढ़ावा मिलता है, शिरा ब्लड फ़्लो में सुधार होता है और साथ ही मस्तिष्क को शांति मिलती है। यदि आपके पास स्विमिंग पूल या तालाब नहीं है, तो आप अपने घर के पास या जिम में जाकर एक अच्छे स्विमिंग प्रोग्राम को शुरू कर सकते हैं।
साइकलिंग: साइकलिंग एक अन्य उच्च आरोबिक व्यायाम है जो हार्ट सेहत को सुधारता है। इसके लिए आपको साइकिल चलाने के लिए एक अच्छी योजना बनानी चाहिए, जैसे कि रोज़ाना कुछ किलोमीटर दूर चलना या सप्ताहांत में लंबी यात्रा पर जाना। साइकिलिंग न केवल हार्ट को मजबूत करता है, बल्कि यह भी आपके शरीर को ताजगी देता है और वजन कम करने में मदद कर सकता है।
जिम ट्रेनिंग: जिम ट्रेनिंग, जैसे कि वजन उठाने, कार्डियो मशीनों पर व्यायाम और शक्ति प्रशिक्षण, हार्ट सेहत को बढ़ाने में मदद कर सकती है। जिम ट्रेनिंग से आपके हृदय की क्षमता बढ़ती है, शिराओं का विस्तार होता है और रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। यदि आप नए हैं तो जिम में एक प्रशिक्षक की मदद लेना बेहतर होगा ताकि आप सही तरीके से व्यायाम कर सकें।
योग: योग शरीर, मन, और आत्मा को संतुलित करने का अद्वितीय तरीका है। यह स्थिरता, श्वासन प्रशामन, ध्यान और आसनों के माध्यम से हार्ट सेहत को सुधारता है। नियमित योगाभ्यास से आपका हृदय शांत होता है, स्ट्रेस कम होता है और रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। आप एक प्रमाणित योग गुरु के मार्गदर्शन में योग आसनों को सीख सकते हैं और अपने दिन के साथ उन्हें शामिल कर सकते हैं।
ताड़ासन (Tadasana): यह एक स्थिरता आसन है जो हृदय की क्षमता को बढ़ाता है और श्वासन प्रणाली को सुधारता है। आप खड़े होकर अपने पैरों को मिलाएं, हाथों को आगे बढ़ाएं और श्वास लें। इस अवस्था में कुछ समय तक बने रहें और ध्यान रखें कि आपकी श्वासन प्रणाली गहरी और नियमित होती है।
भुजंगासन (Bhujangasana): यह पुराना और प्रसिद्ध योगासन है जो हार्ट सेहत को सुधारता है। आप पेट के बल लेट जाएं, हाथों को स्थिर रखें और सीधे उठें ताकि आपके छाती की ऊपरी भाग उठे। इस अवस्था में कुछ समय तक बने रहें और साँस छोड़ें।
पदहस्तासन (Padahastasana): यह आसन हृदय को मजबूत करने में मदद करता है और संतुलन को सुधारता है। आप खड़े होकर अपने कमरे को झुकाएं और अपने पैरों को छूएं। यदि आप अपने पैरों को नहीं छू सकते हैं, तो आप अपने बगल में रखे हुए पैरों को पकड़ सकते हैं। ध्यान रखें कि आपकी सांस नियमित हो और आपका ध्यान संकेत बना रहेगा।
अनुलोम विलोम प्राणायाम (Anulom Vilom Pranayama): यह प्राणायाम हृदय स्वास्थ्य को सुधारता है और रक्त प्रवाह को बढ़ाता है। आप एक नासिका को बंद करें और दूसरी नासिका से गहरी सांस लें। फिर नासिका को बंद करें और दूसरी नासिका से छोड़ें। इसे सामरिक रूप से करें और सांस को धीरे-धीरे बढ़ाएं और धीरे-धीरे छोड़ें।
शवासन (Shavasana): शवासन एक शांति प्राप्ति आसन है जो स्थूलता को कम करता है और मानसिक चिंताओं को दूर करता है। आप सीधे लेट जाएं, आपके सारे शरीर के अंगों को शांत करें और आपकी सांस को शांत रखें। कम से कम 5-10 मिनट तक इस अवस्था में बने रहें।